होली के रंग
रँगों की बहार हो,
खुशियाँ बेशुमार हो।
झिलमिलाती आँखों के,
सतरंगी सपने साकार हो।
रंगों की छटा यूँ बिखरे,
जैसे सावन की रिमझिम फुहार हो।
प्रेम हो ,सौहार्द हो,
सेहत और सौंदर्य का निखार हो।
फ़िजां में बसंत की भीनी-भीनी खुशबू हो,
मदमाती, महकती, मंजरों की महक से,
आप सब की जिंदगी गुलनार हो।
रंगों की अनुपम छटा से, सभी का घर आँगन गुलजार हो।
उल्लास और उमंग से,
आप सब की होली मस्तरंग ,व कचनार हो।
आप सभी के जीवन मे खुशियाँ जोरदार हो।
फगुआ के इस रंगीन त्योहार में,
हमारी परम्पराओं का रंग और ज्यादा चमकदार हो।
पुआ-पूरी,कढ़ी-बड़ी,बचका के लजीज स्वाद से
हम सब की होली चटकदार हो,शानदार हो।
इस बार होली का रंग कुछ ऐसे चढ़े,
कि जिंदगी में उसका प्रभाव असरदार हो।
आपसी प्यार की चाशनी के तार से,
संबधों की बनी मिठाई जायकेदार हो।
हुरदंग हो, हुल्लड़ बाजी हो,
मस्तानों की टोली में पिचकारी की धार हो
गुलाल के धमाल से, होली के रंगों की फुहार हो।
मस्ती ही मस्ती हो ,खुशियों की भरमार हो।
Happy HOLI !!
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